Why blades are designed like this | ब्लेड का डिज़ाइन हमेशा ऐसा क्यों होता है, जानिए दिलचस्प वजह
फ्रेंड्स, ब्लेड हर घर में किसी न किसी रूप में इस्तेमाल होता है। बचपन में कभी पेंसिल छीलने के लिए, कभी थर्मोकोल काटने के लिए, तो कभी पापा को शेविंग करते हुए हम सभी ने ब्लेड यूज किया और देखा है। लेकिन क्या बचपन से लेकर आज तक कभी आपने यह बात सोची है कि ब्लेड के बीच मे यह खास तरह की डिज़ाइन क्यों बनी होती है। आज हम आपको यही बताने वाले हैं।
उस समय यह पेटेंट सिर्फ़ जिलेट के पास ही था जो इस डिज़ाइन के ब्लेड बना सकता था लेकिन 25 साल बाद जब पेटेंट ख़त्म हुआ तो बहुत सी कंपनियाँ ऐसे डिज़ाइन वाले ब्लेड बनाने लगी क्योंकि रेज़र उस समय भी सिर्फ़ जिलेट का ही आता था। लेकिन इसके बीच मे डिज़ाइन होने की एक और वजह यह भी है की ब्लेड बहुत ही पतली होती है अगर इसके बीच यह डिज़ाइन नही होगी तो उसमे लचीला पन नही होगा और वो आसानी से टूट जायेगा, इसको फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करने के लिए इस तरह का डिजाइन किया गया। बस तब से लेकर आज तक ब्लेड का डिजाइन ऐसा ही है।
Why blades are specially designed the way they are
यह बात जानने के लिए हमे इतिहास मे चलना होगा, ये बात सन 1901 की है जब जिलेट कंपनी ने पहला ब्लेड लॉंच किया था। उस दौर में लोग शेविंग के लिए उस्तरे का इस्तेमाल करते थे, लेकिन उस्तरे में शेविंग करना जोखिम भरा होता था। साथ ही वक्त भी बहुत लगता था। किंग कैंप ने उस्तरे का ही एक विकल्प खोजा और दो धारी वाला ब्लेड और उसके साथ सेफ्टी रेजर बनाया। उस रेज़र मे ब्लेड को दो बोल्ट के ज़रिए लगाया जाता था।उस समय यह पेटेंट सिर्फ़ जिलेट के पास ही था जो इस डिज़ाइन के ब्लेड बना सकता था लेकिन 25 साल बाद जब पेटेंट ख़त्म हुआ तो बहुत सी कंपनियाँ ऐसे डिज़ाइन वाले ब्लेड बनाने लगी क्योंकि रेज़र उस समय भी सिर्फ़ जिलेट का ही आता था। लेकिन इसके बीच मे डिज़ाइन होने की एक और वजह यह भी है की ब्लेड बहुत ही पतली होती है अगर इसके बीच यह डिज़ाइन नही होगी तो उसमे लचीला पन नही होगा और वो आसानी से टूट जायेगा, इसको फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करने के लिए इस तरह का डिजाइन किया गया। बस तब से लेकर आज तक ब्लेड का डिजाइन ऐसा ही है।
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